जैसा कि हम जानते है की इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है जो व्यक्ति योग सिखाता है वो अपनी कंपनी बनाकर ऐसी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है, जो कि कई सालो से टॉप पोजीशन पर है ये बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की मेहनत का नतीजा है जो इन कंपनियो को पीछे छोड़ दिया।
कहते है कि सफ़लता पाने के लिये के कड़ी मेहनत पड़ती है इनकी सफलता के पीछे भी कई सालो की मेहनत का फल है जो आज पतंजलि लीडिंग ब्रांड में से एक है।
बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने 1995 से 1998 तक बाबा रामदेव दवाइयां कूटकर तैयार करते थे और मुफ्त में दवाइयां दिया करते थे। में दिव्य फार्मेसी से शुरुआत की बाबा रामदेव द्वारा की गई, जो की योग गुरु के नाम से जाने जाते है क्योकि वो योग सिखाते है इन्होने लोगो को योग और आयुर्वेद का प्रचार किया।
फिर वर्ष 2006 में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि की शुरुआत की पर की अड़चने इनके सामने आती पर इन्होने अपनी लगन से सभी का सामना और आज यह कंपनी टॉप कंपनियों को पीछे छोड़ नंबर 1 पोजीशन पर आ खड़ी हुई है।
पतंजलि के प्रचार प्रसार में बाबा रामदेव का बहुत बड़ा योगदान है इन्होने ही पतंजलि के प्रोडक्ट्स का प्रचार किया है पतंजलि के खुद ब्रांड एम्बेसडर है इस कंपनी का प्रचार किया।
पतंजलि ने दिया मल्टीनेशनल कंपनियों को चुनौती –
पतंजलि के आगे बहुराष्टीय(Multinational) कंपनिया बड़ी चुनौती थी क्योकि ये पहले से ही मार्केट पर अपना कब्जा करें बैठी थी पर कहते है अगर आप मेहनत करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी बाबा रामदेव ने इनके विरुद्ध स्वदेशी आंदोलन चलाया पतंजलि के प्रोडक्ट्स का प्रचार किया लोगो को स्वदेशी व प्राकृतिक उत्पादों के लिए प्रेरित किया और पतंजलि के जबरजस्त डिट्रिब्यूशन नेटवर्क और ब्रान्ड के कारण पतंजलि ने सफलता की ऊचाइयों को छू लिया।