आज का Era बहुत ही तेजी से बदल रहा है। और साथ ही साथ Technology भी बदल रही है पर लोंगो की सोच आज भी पहले जैसे ही है क्योंकि जब भी कुछ करने की बारी आती है तो लोग कहते है यह मेरा काम नहीं है इसे मैं क्यों करू इसको करने में मेरा क्या फायदा होगा इसी के चलते उस काम छोड़ देते है और फिर कहते है कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता पर क्यों नहीं हो सकता यह भी तो सोचिये उस के लिए कौन जिम्मेदार है। कौन इन कामो को रोकने का कारण है अगर आप इस का सवाल का जवाब ढूढेंगे तो आपको इसका जवाब मिलेगा कि मैं खुद इसके लिए जिम्मेदार हूँ क्योंकि आप भी कुछ नहीं करते –
एक दिन तेज हवा के कारण छोटा पेड़ रास्ते में सड़क पर गिर गया और जाम लग गया पुलिस भी वहां पर आ गई और उन्होंने पेड़ को हटाने के लिए कुछ मजदूरों को बुलवाने के फोन किया पर उन मजदूरों को आने में समय लग रहा था। तो लोग परेशान होने लगे और कहने लगे इस देश का कुछ नहीं होने वाला पर किसी ने यह नहीं सोचा की हम भी इस पेड़ को अलग कर सकते है।
क्योंकि इसे तो आठ नौ लोग आसानी से अलग कर सकते थे और यह जाम के कारण तो सैकड़ो की भीड़ इक्क्ठी हो चुकी है। पर किसी ने कुछ नहीं किया तभी एक बच्चा कहीं से आया और उस पेड़ को अलग करने की कोशिश करने लगा और उसे देख और भी बच्चे आ गए सभी ने मिलकर उस पेड़ को अलग करने की कोशिश की तो फिर लोंगो को थोड़ी शर्म महसूस हुई और फिर वह अपनी गाड़ियों में से उतरकर उस पेड़ अलग करने में बच्चो की मदद करें लगे और पेड़ आसानी से रास्ते से अलग हो गया ।
सीख – कुछ कामो को हम खुद कर सकते है वो भी बड़ी आसानी से पर करना नहीं चाहते जैसे इस कहानी में पेड़ तो लोग अलग कर सकते थे और बच्चो की जरूरत भी नहीं पड़ती पर हुआ क्या लोग बच्चो की मदद करने के लोग बाद में गए